देशी खेती:- इसमें देशी जड़ीबूटियों के साथ देशी गाय के गोबर से बने खाद के अलावा मटका खाद और जीवामृत का भी प्रयोग होता है!
कुदरती खेती:- यह खेती संपूर्ण प्राकृतिक रूप से की जाती है। खेत में एक ही फसल के बीज बोने के बाद फल या फसल आने पर उसे तोड़ लिया जाता है और यह क्रिया वापस दोहराई जाती है।
गौ अधारित खेती:- इसमें देशी गाय के गोबर मूत्र से बने ज़ीवामृत, सजिवजल और मुख्य रूप से पंच-गव्य तत्व का उपयोग किया जाता है। खेत की जुताई के लिए सिर्फ बैल का उपयोग किया जाता है। ऊपर दिखाए गए तरीको से यह नतीजा निकलता है कि, ‘organic farming में किसी भी तरह का कोई कुत्रिम खाद या कीटनाशों का उपयोग नहीं किया जाता है।’
बहुत दुख के साथ आज मै आप लोगो को यह बताने जा रहा हूँ कि आज जीतने भी किसान हैं वो प्रकृतिक खेती छोड़कर रासायनिक खेती कर रहे हैं। कुछ दशक पहले तक प्रकृतिक खेती Read more…
चूंकि गर्म जलवायु के सेब का पौधा( anna apple plant,Dorsett golden apple plant ,michel apple plant ) सभी वातावरण मे नहीं पनप सकता है और हमारे लिए यह एक चुनौती से कम नहीं है, लेकिन Read more…
मूंगफली, कपास, पॉम, राइस ब्रान, सरसों आदि फसलों के उत्पादन में उर्वरकों की तुलना में कीट-रोगनाशी का उपयोग अधिक होता है। इसके साथ ही रसायनों के उपयोग से अनेक खाध तेलों का परिशोधन भी किया Read more…
0 Comments