ट्राइकोडर्मा एक मृतजीवी कवक है , जो मिट्टी और कार्बनिक अवशेषों पर पाया जाता है । यह एक जैव-फफूंदनाशी है एवं विभिन प्रकार की कवकजनित बीमारियों से पौधे को बचाने मे मदद करता है। इसकी दो प्रजातियाँ होती है :-

1. ट्राइकोडर्मा विरिडी

2.ट्राइकोडर्मा हर्जियानम

मृदा उपचार के प्रक्रिया मे ट्राइकोडर्मा विरिडी का प्रयोग करने के लिए मिट्टी मे प्रयाप्त नमी होना चाहिए । जबकि ट्राइकोडर्मा हर्जियानम को खेत मे नमी अगर कम भी है तो इसका प्रयोग कर सकते है ।


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