प्रेसमड खाद : –

चीनी मिलों से निकले गन्ने के इस अवशेष को प्रेसमड कहते है। इस प्रेसमड को एक महीने तक मटका खाद की मदद से विघटित कर तैयार करें। इस खाद में 1.25 प्रतिशत नाइट्रोजन, 3.8 प्रतिशत फॉस्फोरस, 1.4 प्रतिशत पोटॉश एवं अन्य सूक्ष्ममात्रिक तत्व होते है। फसल आवश्यकतानुसार इसे 10 से Read more…

पशु समाधि खाद : –

प्राकृतिक रूप से मृत गाय/ बैल/ अन्य पशु के शरीर को खेत के किसी हिस्से में वांछित लंबाई, चौड़ाई एवं गहराई के गड्ढे में रख देते है। इस गड्ढे में मृत शरीर पर 7 किलो चूना तथा 10 किलो खड़ा नमक डालकर मिट्टी से एक वर्ष के लिए ढांक देते Read more…

जैविक खेती में मिट्टी परीक्षण के सही मायनें : –

सही मायनों में जैविक खेती में मिट्टी परीक्षण में केवल जैविक/ ऑर्गेनिक कार्बन तथा पी.एच. मान (अम्ल क्षार तुल्यांक) महत्वपूर्ण है जो भूमि की सजीवता अर्थात उर्वरता का आधार है। वैज्ञानिक इस तथ्य को मानते है कि भूमि उर्वरता का आधार जीवांश पदार्थ ही हैं। मृदा वैज्ञानिकों ने इसे भूमि Read more…

प्रसंस्करण उद्योग : –

हमने यह पाया है कि अनेक जैविक किसान केवल एक फसल जैसे धान,  गेहूँ,  गुड़ आदि की मार्केटिंग तो करते है परन्तु उन्हें बेचने के लिए ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। यदि किसान प्रोड्यूसर कंपनी / स्वयं सहायता समूह / प्राइवेट लिमिटेड के रूप में संगठित होकर ग्राम स्तर पर Read more…

नर्सरी प्रबंधन : –

कुछ फसलों जैसे धान और कुछ सब्जियों की रोप तैयार कर खेत में लगायी जाती है। मजबूत और निरोगी रोप अच्छे उत्पादन का आधार है। स्वस्थ रोप तैयार करने हेतु आवश्यक बातें : पौधशाला (रोपणी) के लिये स्थान का चयन करते समय ध्यान रखना चाहिये कि वहां सूर्य का प्रकाश Read more…

कृषि विष श्रृंखला : –

ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सर्वे पर हमने यह जाना की भौतिक विकास की दौड़ में खान पान के विषय पर जागरूकता अत्यंत कम हो गयी है। ग्रामीण समाज में किसी भी परिवार से पूछो, कि रोज आपका भोजन क्या है तो पता चलता है कि मुख्य आहार रोटी, बाटी Read more…

भूमि शोधन

भूमि शोधन फसल में आने वाली भूमि जनित बीमारी और कीटो से बचाव के लिए किया जाता है । यह जैविक और रासायनिक खेती करने वाले दोनों लोगो के लिए लाभकारी है। क्योकि भूमि जनित रोग दोनों तरह की खेती में आते है । लेकिन जैविक खेती करने वालो का Read more…

क्या है देशी खाण्डसारी ?

देशी खाण्डसारी जिसे खाण्ड या खाण्डसारी भी कहते हैं यह चीनी का सीधा विकल्प है। खाण्डसारी को गन्ने के रस से तैयार किया जाता है। खाण्डसारी बनाने का कार्य भारत में बहुत ही पुराना रहा है। यह उद्योग भारत में ब्रिटिश शासन आने से पहले और ब्रिटिश शासन आने के Read more…