कृषि विष श्रृंखला : –

ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सर्वे पर हमने यह जाना की भौतिक विकास की दौड़ में खान पान के विषय पर जागरूकता अत्यंत कम हो गयी है। ग्रामीण समाज में किसी भी परिवार से पूछो, कि रोज आपका भोजन क्या है तो पता चलता है कि मुख्य आहार रोटी, बाटी Read more…

केंचुआ खाद : –

केंचुआ किसानों का मित्र तथा भूमि का आंत कहा जाता हैं। यह जैविक पदार्थ, ह्यूमस व मिट्टी को एकसार करके जमीन के अंदर अन्य परतों में फैलता है। जिससे जमीन पोली होती है व हवा का आगमन बढ़ जाता है तथा जल धारण की क्षमता भी बढ़ जाता है। केंचुआ Read more…

पादप शरीर चिंतन : –

पौधों के शारीरिक अवयवों के बारे में सामान्य जानकारी : – जड़ :- पौधे का वह भाग जो मुलांकर से विकसित होकर भूमि के अंदर प्रकाश के विपरीत बढ़ता है, जड़ कहलाता है। यह मिट्टी को बाँधने का कार्य करती है साथ ही पोषक तत्वों एवं जल को भूमि से Read more…

किसान समूह : –

हमारा देश गाँवों में बसता हैं। आज अधिकांश गाँवों में युवा शक्ति के सद्कार्य के लिए संगठन का अभाव होने से प्रतिकूल परिणाम दिखाई पड़ रहे हैं। अधिकांश गाँवों में उमंग और उत्साह कम हो गये है। देश अधिकतर युवा शक्ति व्यर्थ जा रही है। आज आवश्यकता है ग्रामीण युवा Read more…

बीज चिंतन: –

बीज एक ऐसा पादप भाग है जिसका उपयोग बोने के लिए किया जाता हैं, जिसमें उस पादप की संतति तैयार होती है बीज कहलाता हैं। पुरानी कहावत है जैसा बोवोगे, वैसा काटोगे।   स्वस्थ बीज – स्वस्थ वनस्पति – स्वस्थ वातावरण – स्वस्थ जीव जगत प्राचीन काल में किसान चयन Read more…

जैविक खेती का किसानों की दृष्टि से लाभ:-

भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि हो जाती है। सिंचाई अंतराल में वृद्धि होती है। रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होने से लागत में कमी आती है। फसलों की उत्पादकता में वृद्धि। बाज़ार में जैविक उत्पादों की मांग बढ़ने से किसानों की आय में भी वृद्धि होती है |

कैसे लगाएँ ग्रीन हाउस

एक अछे ग्रीन हाउस के लिए 4000 वर्ग मीटर की जगह  प्रायप्त है । क्यूकि ऐसे ग्रीन हाउस मे हवा का प्रवाह ठीक रहता है । तापमान, अद्रता इत्यादि को नियंत्रित करना आसान होता है । उत्पाद की मात्रा और गुणवत्ता भी अछी रहती है जिससे मार्केटिंग करने मे भी Read more…