जैविक प्रमाणीकरण : –

जैविक कृषि का महत्व विश्वस्तर पर तीव्र गति से बढ़ रहा है। जैसे–जैसे उपभोक्ता की और से जैविक उत्पादों की मांग बढ़ती जा रही है। वैसे–वैसे जैविक उत्पादों की विश्वनीयता पर भी प्रश्न किये जा रहे हैं। विदेशों में जैविक उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए हमारे देश में Read more…

विविधता युक्त खेती : –

खेजड़ी उगाना :- रेगिस्तान की जमीन में संकरित बेर एवं संकरित खेजड़ी उगाएँ, 4 वर्ष बाद फल देंगे। खेत की सीमा पर लसुड़ा (गुंदा) उगाए, यदि बीच में हल जोतना है तो बीघा में खेजड़ी के 64 पेड़ अन्यथा 100 पेड़ उगा दें। जहाँ संभव है औषधिय पौधे लगाए। फलदार Read more…

फसल प्रबन्धन

जैसा कि बताया गया है कि यदि पौधों में जल और पोषक तत्वों का संतुलन रखा जाये तो रोग-कीटों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है इसके लिये जैविक खाद का प्रयोग करना बहुत जरूरी है। हमशा चार वर्षीय या अधिक फसल चक्र अपनाना चाहिये ताकि कोई कीट अपने जीवन बनाये Read more…