किसान भाइयों को परम्परागत कृषि को अपनाना होगा तभी आने वाली पीढ़ी को एक सुखद और खुशहाल जीवन मिल पाएगा। प्राचीन काल से ही भारत जैविक आधारित कृषि प्रधान देश रहा है। सदियों से विभिन्न प्रकार के उर्वरक उपयोग होते आए हैं जो पूर्णतः गाय के गोबर और गोमूत्र पर आधारित थे। उसी प्रकार विभिन्न प्रकार के तरल जैविक उर्वरकों आज परम्परागत रूप से उपलब्ध हैं।
Blog
रासायनिक खेती किस प्रकार मानव जाति के लिए खतरा है ?
बहुत दुख के साथ आज मै आप लोगो को यह बताने जा रहा हूँ कि आज जीतने भी किसान हैं वो प्रकृतिक खेती छोड़कर रासायनिक खेती कर रहे हैं। कुछ दशक पहले तक प्रकृतिक खेती Read more…
0 Comments