देशी खाण्डसारी जिसे खाण्ड या खाण्डसारी भी कहते हैं यह चीनी का सीधा विकल्प है। खाण्डसारी को गन्ने के रस से तैयार किया जाता है। खाण्डसारी बनाने का कार्य भारत में बहुत ही पुराना रहा है। यह उद्योग भारत में ब्रिटिश शासन आने से पहले और ब्रिटिश शासन आने के बाद भी चलता रहा, धीरे-धीरे इस गृह उद्योग को समाप्त करने के लिए ब्रिटिश सरकार ने चीनी मीलों की स्थापना की और चीनी मील अधिनियम के तहत खाण्डसारी और ऐसे ही मीठे पदार्थ जो की गन्ने से तैयार किये जाते थे उनको ख़त्म करने का कार्य शुरू कर दिया। नये-नये नियम कानून और ब्रिटिश सरकार की गलत नीतियों का शिकार यह उद्योग धीरे-धीरे बंद होने लगा क्योंकि ये नियम ऐसे थे जो चीनी की खपत को बढ़ाना चाहती थी।
एक समय था जब बड़े पैमाने पर गुड़, खाण्ड, शक्कर, मिश्री और ऐसे ही कई मीठे प्रॉडक्ट का निर्यात पूरे देश और विदेश में उत्तर-प्रदेश और बिहार से किया जाता था।
चीनी मीलों के आने से और ब्रिटिश सरकार की नीतियों ने इस उद्योग को बहुत ही ज्यादा प्रभावित किया।
चीनी आप घर में नहीं बना सकते क्योंकि चीनी बनाने के लिए हानिकारक रसायनों का प्रयोग किया जाता है।
चीनी बनाने की प्रक्रिया में गंधक यानि सल्फर का प्रयोग किया जाता है जिससे बारूद तैयार किया जाता है, साथ ही बेंजोल पेरोक्साइड, मिथाइल क्लोराइड जैसे हानिकारक जहरीले रसायनों का प्रयोग किया जाता है ।
यही नहीं चीनी बनाने की प्रक्रिया में हड्डी के चारकोल (Bone Charcoal) का प्रयोग किया जाता है। यही कारण होता है की चीनी का प्रयोग किसी वैदिक पुजा-पर्व में प्रसाद बनाने हेतु नहीं किया जाता ।
चीनी अकेला एक ऐसा प्रॉडक्ट है जो कई बीमारियों को जन्म देता है, जिसमें डायबिटीज़, मोटापा, यूरिक एसिड, चर्म-रोग, कैंसर जैसे रोग मुख्य हैं। इसका कारण है चीनी का acidic होना, चीनी जब हमारे शरीर में digest होता है तो शरीर में एसिड बनाता है क्योंकि इसमें प्रयोग होने वाला केमिकल digest नहीं होता और धीरे-धीरे हमारा पैंकरियाज़ खराब होने लगता है।
आज हर घर में चीनी का प्रयोग होता है, भले ही ज्यादा ना हो पर चाय में थोड़ी बहुत तो प्रयोग हो ही जाता है। यह धीमा जहर धीरे-धीरे हमारे शरीर को खोखला बना देता है और हम गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
जबकि खाण्डसारी खाने से ऐसी समस्या नहीं होती क्योंकि Sonvarsha Organic द्वारा उपलब्ध किये जा रहे खाण्डसारी के प्रोसेसिंग में किसी प्रकार के रसायन (Chemical) का प्रयोग नहीं किया जाता। हमारे द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा प्रॉडक्ट अपने वास्तविक गुणों से पूर्ण होता है। क्योंकि हम आपके स्वास्थ्य के लिए काम करते हैं। हमारी कोशिश यही रहती है की आपको जो मिले वह शुद्ध मिले।
खाण्डसारी का प्रयोग :
खाण्डसारी का प्रयोग आप उन सभी जगहों पर कर सकते हैं जहाँ पर आप चीनी का प्रयोग कर रहे थे, जैसे:
- चाय बनाने में (खाण्डसारी का प्रयोग करने से दूध नहीं फटता है)
- खीर बनाने में
- मिठाई बनाने में
- बेकरी प्रॉडक्ट में
- सभी मीठे खाने-पीने की वस्तुओं में
नोट: आपको यह भी ध्यान रखना है की खाण्डसारी के नाम पर आप चीनी ही तो नहीं खा रहे हैं क्योंकि पैसे कमाने की होड़ में आज चीनी को भी पीसकर उसमें कुछ रंग को मिलाकर खाण्डसारी के नाम पर बेच दिया जाता है।
हमारी यह जानकारी आपको जागरूक करने के लिए है। आप जहाँ से भी अपने खाने-पीने की वस्तुएं लें अपने source के बारे में अवश्य जाने।
शुद्ध खायें, स्वस्थ रहें
Sonvarsha Organic से जुड़े।
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