• सब्जियों एवं फलों की समय पर तुडाई करें अन्यथा वे कड़क एवं बेस्वाद और बदरंगी (दिखने में खराब) हो जाते हैं। इसकी तुड़ाई सुबह या शाम के समय कर।
  • तुड़ाई हेतु कुशल मजदुर होने चाहिए। तुड़ाई के समय कोई कट ना लगे, अन्यथा कीट/फफूंद प्रकोप और हानिकारक पदार्थ एफ्लोटॉक्सिन का निर्माण होता है। सब्जियों फलों की तुड़ाई के पश्चात् छटाई (ग्रेडिंग) करें। रंग-रुप समान आकर उपभोक्ता को आकर्षित करता है। उचित विपणन मूल्य मिलता है साथ ही कीट रोगग्रस्त सब्जी/फल की छटाई से पूरा माल सुरक्षित हो जाता है।
  • सब्जियों को बांस की टोकनियों / बारदानों / छिद्रित कपड़े /जालीदार नायलॉन के बोरों में पैक कर परिवहन करें। खराब परिवहन व्यवस्था के कारण फसलें खराब हो जाती हैं और मात्रात्मकता में कमी आ जाती है।

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