मित्रों, आज हमारे आहार का बड़ा भाग चावल और गेहूँ का होता है। अनाजों में विशेषक धान की खेती में बहुत अधिक रसायनों (उर्वरक, कीट/रोग/चारानाशी) का उपयोग किया जाता है। आज देश से बासमती का निर्यात जहरीले रसायनों के अवशेष मिलने से प्रभावित हो रहा है। गेहूँ में उर्वरकों/ खरपतवारनाशी का उपयोग होता है। गेहूँ, मक्का, ज्वार, बाजरा आदि के उत्पादन में कीटनाशी रसायनों का उपयोग तुलनात्मक रूप से कम किया जाता है। रासायनिक खेती से उपजे अनाज में भारी तत्व जैसे लेड, कैडमियम/ किट, रोग, खरपतवारनाशक जहर आदि अन्न में पहुँच जाते हैं। जो पाचन संबंधी बीमारी/ कैंसर आदि रोग का कारक है।

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