जैविक खेती करने से अनेक लाभ हैं। आजकल रासायनिक उर्वरकों की सहायता से उत्पादित उत्पादों के साइडइफेक्ट को देखते हुए यदि हम आंकलन करें तो जैविक खेती के लाभ ही लाभ दिखाई देते हैं।
(1) जैविक किसान संश्लिष्ट रसायनों का प्रयोग नहीं करते। ये पेट्रोलियम आधारित होते हैं। पेट्रोलियम एक ग़ैर-नवीनीकृत संसाधन है।
(2) परंपरागत फ़सलों की तुलना में जैविक फ़सलों में अधिक मात्रा में गौण मेटाबोलाइट्स पाए जाते हैं। असल मे यह वह पदार्थ है जो पौधों की प्रतिरक्षित प्रणाली का एक भाग होता है जो कैंसर जैसी बीमारी का मुक़ाबला करने में भी सहायक साबित होता है।
(3) जैविक खेती की मिट्टी में अधिक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।
(4) जैविक खेतों में अधिक जैविक सक्रियता तथा अधिक जैव विविधता पाई जाती है।
(5) अनेक अनुसंधानों से पता चलता है कि परंपरागत फर्म रसायनों वाले बग़ीचों की तुलना में जैविक सेबों के बग़ीचों जहाँ किसी प्रकार के संश्लिष्ट रासायनिक कीटनाशकों अथवा उर्वरकों का प्रयोग नहीं किया जाता, वहाँ अधिक मीठे फल तथा अधिक लाभ की प्राप्ति होती है तथा मिट्टी भी अधिक स्वस्थ बनी रहती है।
(6) समय के साथ जैविक फसलों के उत्पादन की दरों में बहुत कम परिवर्तन होते हैं।
(7) समय के साथ जैविक मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है।
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