ट्राइकोडर्मा का उपयोग मृदा उपचार मे किया जाता है इसके लिए 1 किलोग्राम ट्राइकोडर्मा पाउडर को 25 किलोग्राम सड़ी हुई गोबर की खाद मे मिलाकर एक सप्ताह तक छायादार स्थान पर रखकर उसे बोरे से ढक दीजिये। करीब एक सप्ताह के बाद इसके जीवाणु अंकुरित हो जाते हैं जो की खाद मे सफ़ेद रंग के कवक जाल को स्पस्ट करता है । अब इसका उपयोग आप बुआई और रुपई के पहले कर सकते हैं इसके साथ -साथ यह भी ध्यान रखना है की मिट्टी मे नमी रहे उसी समय इसका उपयोग करें । इस तरह आप ट्राइकोडर्मा का उपयोग मिट्टी के उपचार मे कर सकते हैं । इस विधि से मिट्टी मे उर्वरक शक्ति दिन दुगुनी और रात चौगुनी वृद्धि होती है ।
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रासायनिक खेती किस प्रकार मानव जाति के लिए खतरा है ?
बहुत दुख के साथ आज मै आप लोगो को यह बताने जा रहा हूँ कि आज जीतने भी किसान हैं वो प्रकृतिक खेती छोड़कर रासायनिक खेती कर रहे हैं। कुछ दशक पहले तक प्रकृतिक खेती Read more…
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